A Review Of Shiv chaisa
A Review Of Shiv chaisa
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा shiv chalisa lyricsl सकता है।
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
So, we see that chanting of Shiva Chalisa is drastically helpful to the devotees. It really is undoubtedly the simplest strategy to find the blessings of Lord Shiva. Furthermore, chanting Shiv chaisa of Shiva Chalisa might be undertaken by both equally Adult males and women of all ages.
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥